Wednesday, March 19, 2025
RajasthanSpirituality

मुख्यमंत्री ने श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर मूर्ति की प्राण प्रतिष्ठा

10 फरवरी, 25 चित्तौड़गढ़। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा कि मंदिरों ने भारतीय परंपराओं, संस्कृति और मूल्यों को संरक्षित करने का काम किया है। मंदिर आस्था के प्रतीक होने के साथ ही हमारी सामाजिक एवं सांस्कृतिक चेतना के भी प्रमुख केंद्र हैं। उन्होंने कहा कि मंदिर भारतीय सनातन संस्कृति की आत्मा है जिनसे हमारी विरासत मजबूत होती है। हमारी सरकार प्रदेश में सांस्कृतिक एवं आध्यात्मिक विकास के लिए निरंतर काम कर रही है।

मुख्यमंत्री शर्मा सोमवार को चित्तौड़गढ़ के मातृकुंडिया के श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा समारोह को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि चित्तौड़ की धरती शूरवीरों की धरा है। इस धरती पर वीर महाराणा प्रताप, भक्त शिरोमणि मीराबाई जैसी महान विभूतियां हुई हैं। साथ ही, यह भक्ति और अध्यात्म के एक प्रमुख केंद्र के रूप में भी प्रसिद्ध है। उन्होंने मातृकुंडिया के श्री पशुपतिनाथ महादेव मंदिर में मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर प्रदेशवासियों को बधाई दी। उन्होंने कहा कि ‘मेवाड़ का हरिद्वार’ के नाम से प्रसिद्ध मातृकुंडिया में स्थापित यह मंदिर एक महत्वपूर्ण आस्था केन्द्र के रूप में उभरेगा और इस क्षेत्र को आध्यात्मिक शक्ति प्रदान करेगा।

प्रधानमंत्री के नेतृत्व में ‘विकास भी और विरासत भी-
मुख्यमंत्री ने कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ‘विकास भी और विरासत भी’ की अवधारणा को मानते हुए देश में विकास के साथ विरासत को आगे बढ़ा रहे हैं। उनके नेतृत्व में 2014 के बाद देश में अभूतपूर्व बदलाव आया है। उन्होंने गरीब कल्याण, आतंकवाद-नक्सलवाद का खात्मा, देश की आर्थिक वृद्धि तथा दुनिया में देश का मान-सम्मान बढ़ाया है जिससे देश के विकास को एक नई दिशा मिली है।

अन्नदाता किसान के सशक्तीकरण के लिए राज्य सरकार प्रतिबद्ध-
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार उत्कृष्ट और विकसित राजस्थान की परिकल्पना को साकार करने के लिए प्रतिबद्ध है। हमने प्रदेश की आवश्यकताओं को समझते हुए पहले बिजली-पानी की आवश्यकताओं पर काम किया है। ईआरसीपी, यमुना जल समझौता, देवास परियोजना जैसे निर्णयों से जहां पानी की आवश्यकता को पूरा किया जा रहा है। वहीं, प्रदेश में किसानों को दिन में बिजली देने के उद्देश्य से राज्य सरकार काम कर रही है। उन्होंने कहा कि वे किसानों के दर्द को भली-भांति समझते हैं। हमारे अन्नदाता किसानों को अगर खेती के लिए पर्याप्त पानी तथा बिजली मिलेगी तो वे सशक्त होंगे। राज्य सरकार ने किसानों की सम्मान निधि और गेंहू की एमएसपी में वृद्धि जैसे अनेक निर्णय लिए, जिससे किसानों को आर्थिक संबल मिला है। उन्होंने कहा कि पांच वर्ष में चार लाख सरकारी नौकरी देकर युवाओं को रोजगार के अवसर उपलब्ध कराने के लिए हमारी सरकार प्रतिबद्ध है। हमने संकल्प पत्र में किए गए 50 प्रतिशत से अधिक वादे पूरे कर लिए हैं तथा प्रत्येक वादे को पूरा करने के लिए हम कृतसंकल्पित हैं।

इससे पहले मुख्यमंत्री ने तेजाजी मंदिर, मंगलेश्वर मंदिर और पशुपतिनाथ महादेव मंदिर के दर्शन कर प्रदेश की खुशहाली एवं सुख-समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर जन-स्वास्थ्य आभियांत्रिकी कन्हैयालाल, सहकारिता राज्यमंत्री गौतम दक, सांसद सीपी जोशी, विधायक श्रीचंद कृपलानी, अर्जुनलाल जीनगर, सुरेश धाकड़, चंद्रभान सिंह आक्या, जिला कलक्टर आलोक रंजन, एसपी सुधीर जोशी सहित कई जनप्रतिनिधि उपस्थित थे।

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