राज्यपाल ने किसानों से जैविक खेती को बढ़ावा देने का आह्वान किया
14 फरवरी, 25 जोधपुर। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कृषि विश्वविद्यालय जोधपुर के सामाजिक उत्तरदायित्व के अंतर्गत गोद लिए गए गांव बिंजवाड़िया में फल, सब्जी मूल्य संवर्धन प्रशिक्षण कार्यक्रम में विशेष प्रदर्शनी का अवलोकन किया।
इस दौरान राज्यपाल बागडे ने कहा कि कृषि कार्य से मेरा विशेष लगाव रहा है। मैं काश्तकार रहा हूं और मुझे हल भी चलाना आता है। उन्होंने कहा कि खेती करना जरूरी है। काश्तकार का जीवन कठिन है क्योंकि कृषि उत्पादन प्रकृति पर निर्भर है। राज्यपाल ने काश्तकारों द्वारा अपने खेत में खेत तलाई का निर्माण करवाने की सराहना की।
राज्यपाल बागड़े ने कहा कि विद्यालय में बालकों की बौद्धिक क्षमता विकसित होती है।बालक के शिक्षा का उद्देश्य केवल प्रमाण पत्र के लिए नहीं, बल्कि अच्छी शिक्षा के माध्यम से बौद्धिक क्षमता को समृद्ध करें।
उन्होंने कहा कि कृषि विश्वविद्यालय द्वारा बेहतर गुणवत्ता वाले उत्पाद विकसित करने और उनकी ग्रेडिंग के माध्यम से कृषि कार्य उन्नत होगा। उन्होंने कहा कि हमारा उद्देश्य गांव का सुधार कर हर परिवार जीवन स्तर बेहतर बनाया जाएं और गांव के प्रत्येक बच्चे को गुणवत्तायुक्त शिक्षा मिलनी चाहिए।
राज्यपाल बागड़े ने कहा कि हमारी माताएं और बहनें हमारी संस्कृति एवं परम्परा की वाहक है और कृषि कार्य में भी अग्रणी भूमिका भी निभाती है।
राज्यपाल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में राष्ट्र विश्व शक्ति बनने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना से किसान को आर्थिक संबल प्रदान किया जा रहा है। साथ ही स्वच्छ भारत मिशन अभियान के तहत माताओं एवं बहनों के आत्म सम्मान एवं आम आदमी को स्वास्थ्य को ध्यान में रखकर सर्व सुलभ एवं हर घर में शौचालय का निर्माण करवाया गया है। उन्होंने कहा प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत हर परिवार तक गैस सिलेण्डर पहुंचाया गया।
इस अवसर पर आधुनिक कृषि तकनीकों का प्रदर्शन करते हुए किसानों द्वारा बनाई गई गाजर धुलाई मशीन एवं लोरिंग मशीन का प्रदर्शन भी किया गया। साथ ही थारपारकर नस्ल की गाय, घोड़े की मारवाड़ी नस्ल, सिरोही नस्ल की बकरी एवं अविशान नस्ल की भेड़ नस्ल का भी प्रदर्शन किया गया।