सरकार से निष्पक्ष जांच और ईमानदार अभ्यर्थियों को राहत की मांग
12 मई, 2025 जयपुर। राजस्थान में सब-इंस्पेक्टर (एसआई) भर्ती-2021 को लेकर विवाद लगातार गहराता जा रहा है। जहां एक ओर इस भर्ती को लेकर न्यायालय में सुनवाई जारी है, वहीं दूसरी ओर अब चयनित ट्रेनी एसआई के अभिभावक सामने आए। सोमवार को जयपुर स्थित पिंकसिटी प्रेस क्लब में आयोजित प्रेस वार्ता में अभिभावकों ने सरकार से मांग की कि इस भर्ती को रद्द न किया जाए, बल्कि गड़बड़ी करने वाले असली गुनहगारों को सजा दी जाए और ईमानदारी से चयनित अभ्यर्थियों को न्याय मिले।
चयनित ट्रेनी एसआई अभिभावक धनश्री चौहान ने कहा कि भर्ती रद्द करने की मांग राजनीतिक और व्यावसायिक हितों के कारण की जा रही है। उन्होंने कहा कि यदि पूरी भर्ती को रद्द किया गया, तो इससे बेगुनाह और ईमानदार अभ्यर्थियों का भविष्य बर्बाद हो जाएगा और असली गुनहगार बच सकते हैं। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि भर्ती की निष्पक्ष जांच जारी रखी जाए, लेकिन चयनित ट्रेनी एसआई को शीघ्र फील्ड ट्रेनिंग पर भेजा जाए।
धनश्री ने यह भी कहा कि परीक्षा रद्द करना मेहनती छात्रों के मनोबल को तोड़ने जैसा है और इससे जनता के पैसे की भी हानि होती है। इसके बजाय केंद्र सरकार की तर्ज पर सख्त कानून लाकर पेपर लीक और भर्ती घोटालों पर रोक लगाई जाए। उम्मीद की जा रही है कि सरकार सभी पक्षों को ध्यान में रखते हुए कोई संतुलित और न्यायपूर्ण निर्णय लेगी।
चयनित ट्रेनी एसआई अभिभावक देवाराम नेन ने कहा कि इस पूरी धांधली में शामिल बड़े मगरमच्छों को सामने लाया जाए। एक भी दोषी बचे नहीं, लेकिन बेगुनाहों को सजा नहीं मिलनी चाहिए। वह बोले- ट्रेनी एसआई को सेवा में भेजा जाए और इस पूरे मामले की जांच भी जारी रहे। बाद में भी अगर कोई दोषी पाया जाता है तो उसे बर्खास्त किया जाए, लेकिन पूरी भर्ती को रद्द कर ईमानदारी से चयनित अभ्यर्थियों के हितों पर कुठाराघात नहीं किया जाए। नेन ने कहा कि 2014, 2015 और 2016 की भर्ती में गड़बड़ी करने वाले तीन एसआई को पिछले दिनों सरकार ने बर्खास्त किया है। इसका मतलब तो सरकार को इन सभी भर्तियों को रद्द करेगी।
चयनित ट्रेनी एसआई अभिभावक सत्येंद्र राव ने कहा कि पेपर लीक मामले में अब तक 100 से अधिक गिरफ्तारियां हो चुकी हैं, जिनमें 52 चयनित एसआई भी शामिल हैं। उन्होंने मांग की कि इस घोटाले में शामिल बड़े आरोपियों जैसे आरपीएससी के पूर्व सदस्य रामूराम राईका और एसडीएम हनुमाना राम को भी कठोर सजा दी जाए। परिजनों ने यह भी कहा कि इस भर्ती को रद्द करने की बजाय दोषियों को पहचान कर कार्रवाई की जाए।
प्रेस वार्ता में चयनित ट्रेनी एसआई के अभिभावक धनश्री चौहान, सत्येन्द्र राव, देवाराम नेन, बजरंग यादव, ओमप्रकाश महला, मोहित, नीरज, पिंकी, रामकुमार कुमावत, नरेश खींवसर और अन्य शामिल थे।