Saturday, July 19, 2025
Rajasthan

राज्यपाल पहुंचे CM के गृह जनपद, ली जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक

12 जून, 2025 डीग। राज्यपाल हरिभाऊ बागडे ने कहा कि राज्य की प्रगति के लिए शिक्षा, सड़क, चिकित्सा सहित अन्य आधारभूत सुविधाओं का उत्कृष्ट होना अति महत्वपूर्ण है।

राज्यपाल बागडे गुरुवार को महाराजा सूरजमल बृज विश्वविद्यालय कुम्हेर डीग के सभागार में जिला स्तरीय अधिकारियों की बैठक को संबोधित करते हुए राज्य एवं केंद्र सरकार द्वारा संचालित योजनाओं की प्रगति की विभागवार समीक्षा कर रहे थे। उन्होंने कहा कि योजनाओं के माध्यम से प्रत्येक पात्र व्यक्ति को जो किन्ही भी कारण से अब तक लाभ से वंचित रह गए है उन्हें लाभान्वित करना सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि दूरवर्ती क्षेत्र जहां तक चिकित्सालय, राशन दुकान, विद्यालय आदि नहीं पहुंच पाए है वहां के लोगों को भी जागरूक करते हुए उन्हें सरकारी सुविधाओं का लाभ दे। उन्होंने प्रधानमंत्री आवास योजना ग्रामीण का मूल्यांकन करते हुए योजना के अंतर्गत बनाए जा रहे आवासों में भूतल स्तर सही रखने, वेंटीलेटर सुविधा देने, आवास के दरवाजों को सही ढंग से बनाने सहित अन्य विषयों पर विशेष ध्यान रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि भारत के वास्तुकारों ने अद्भुत स्मारकों और महलों का निर्माण किया है जो आज भी अनुकरणीय हैं। ऐसे में निर्माण का मानक और स्तर दोनों ही उच्च गुणवत्ता के हो। इस संबंध में उन्होंने सहायक अभियंता से भी इस पर जानकारी ली और वास्तविक स्थिति के बारे में पूछा। उन्होंने जिले में अब तक जारी किए गए पट्टे के बारे में जानकारी ली एवं शेष बचे पट्टों को शीघ्र आवंटित करने के निर्देश दिए।

राज्यपाल बागडे ने स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण की समीक्षा करते हुए घर-घर शौचालय निर्माण, पेयजल की व्यवस्था, जल निकास, साफ-सफाई आदि कार्यों को प्राथमिकता के साथ लेते हुए पूर्ण करने के निर्देश दिए। राज्यपाल बागडे ने प्रत्येक घर में शौचालय सुनिश्चित करने के लिए ग्राम सेवकों को निर्देशित किया कि वे ग्राम पंचायतों का सर्वे कर डेटा तैयार करे। उन्होंने जिले में पिंक टॉयलेट के बारे में भी चर्चा की और शौचालय के सार्वजनिक उपयोग के लिए सुगम व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। कचरा संधारण को लेकर उन्होंने कहा कि आम लोगों को जागरूक किया जाए कि वे कचरा सड़क पर न फेंके और न ही उसे जलाएं। उन्होंने कचरे के प्रबंधन को लेकर भूमि पर गड्ढे खोदने पर जोर दिया ताकि कचरे को जलाने के बजाय गड्ढों में रखा जा सके। उन्होंने कहा कि जब गड्ढा भर जाए तो दूसरा गड्ढा खोदा जा सकता है। उन्होंने सुझाव दिया कि पाउडर, वर्मीकॉस्ट और अन्य उन्नत प्रौद्योगिकी का उपयोग करते हुए कचरे से खाद्य बनाई जा सकती है जिससे शहर में कचरे का उचित उपयोग हो सकेगा।

राज्यपाल बागडे ने राजीविका के समुह द्वारा किए गए कार्यों पर चर्चा करते हुए कहा कि जिले में राजीविका के समुह द्वारा बनाए जा रहे व्यवसायों को बढ़ाने में उनकी मदद किया जाए। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह की परिकल्पना तब ही साकार हो सकती है जब समूह स्वयं व्यवसाय करे और लाभदायक बनायें। उन्होंने समूहों को मुनाफ़ेवाला बनाने के लिए बैलेंस शीट तैयार करवाने, कच्ची सामग्री की लागत निर्धारण, उत्पादन लागत आदि सूचनाओं की जानकारी जुटाते हुए आवश्यक कार्यवाही करने के निर्देश दिए।

जल जीवन मिशन की समीक्षा के दौरान उन्होंने टैंकर मुक्त गांव बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि योजना के पूर्ण होने के बाद यह सुनिश्चित किया जाए कि 25-30 साल तक टैंकर लगाने की आवश्यकता न पड़े। उन्होंने विशेष रूप से अप्रैल, मई और जून के माह में घर-घर पानी सुचारू रूप से देने के निर्देश दिए। उन्होंने विद्युत आपूर्ति को लेकर पीएम सूर्यघर योजना पर जोर देते हुए कहा कि जिले में प्रत्येक व्यक्ति को सौर ऊर्जा के लाभकारी फायदे के बारे में बताया जाए। मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना के तहत काश्तकारों को स्वयं मिट्टी लाने के निर्देश दिए गए। उन्होंने बताया कि मनुष्य और पशु के समान ही मिट्टी भी बीमार होती है। समय-समय पर खेतों में नाइट्रोजन, फास्फोरस आदि गुणकारक पदार्थों की संख्या कम होने लगती है जिसे देखते हुए काश्तकार उक्त योजना के तहत जरूरी कदम उठाए। उन्होंने पीएम जन औषधि केंद्रों की समीक्षा करते हुए निर्देशित किया की डीग जिले में पीएम जन औषधि केंद्रों की संख्या बढ़ाई जाए। उन्होंने 10000 वाली बस्ती में एक औषधि केंद्र खोलने की बात कही। उन्होंने बताया कि यदि केंद्र खुलते हैं तो लोग अवश्य ही यहां से दवाइयां लेंगे। जन औषधि केंद्रों के खुलने से दवाई के नाम पर लिए जाने वाला कमीशन में भी गिरावट आएगी और गरीब लोगों, मजदूरों को इससे ज्यादा से ज्यादा फायदा मिल सकेगा।

राज्यपाल बागडे ने शिक्षा को लेकर कहा कि विभाग बच्चों की बौद्धिक क्षमता बढ़ाने के लिए कार्य करें और उन्हें तार्किक दृष्टिकोण भी सिखाएं। उन्होंने कहा कि शिक्षक भी सिर्फ टेक्स्ट बुक तक सीमित न होकर टेक्स्ट बुक से बाहर का ज्ञान भी विद्यार्थियों को दे। उन्होंने नन्हे बच्चों को विद्यालय से जोड़ने के लिए शैक्षिक गतिविधियों में रोचकता जोड़ने की बात कही। उन्होंने कहा कि विद्यालयों में समुचित वातावरण रखा जाए जिससे बच्चों की मानसिक और शारीरिक क्षमता दोनों का ही विकास हो।

राज्यपाल बागडे ने किया पौधारोपण –

इसके बाद राज्यपाल बागडे ने विश्वविद्यालय परिसर में पौधारोपण भी किया और उपस्थित लोगो से अधिक से अधिक पौधारोपण करने का आह्वान किया।

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