प्लास्टिक प्रदूषण के खिलाफ जागरूकता का संकल्प – RFWTI
3 जून, 2025 जयपुर। विश्व पर्यावरण दिवस के उपलक्ष्य में राजस्थान वानिकी एवं वन्यजीव प्रशिक्षण संस्थान (RFWTI), संसाधन संरक्षण, पर्यावरण संरक्षण एवं जलवायु परिवर्तन केंद्र (CCONREPCC), तथा राजस्थान राज्य प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के संयुक्त तत्वावधान में ‘पार्टनरिंग फॉर एंडिंग प्लास्टिक पॉल्यूशन’ थीम पर पाँच दिवसीय कॉन्क्लेव का आयोजन किया गया। इस अवसर पर तीन महत्वपूर्ण सत्र आयोजित किए गए जिनमें महिलाओं, मीडिया और उद्योगों की भूमिका पर विस्तार से चर्चा की गई।
उक्त सत्रों में महिलाओं की भूमिका, मीडिया की भूमिका, उद्योगों की भूमिका से संबंधित कार्यक्रम आयोजित किए गए। उक्त तीनों सत्रों में सभी वर्गों के प्रभुतजन, कॉलेज स्टूडेंट महिला संगठनों के प्रतिनिधि, इंडस्ट्रियलिस्ट ने हिस्सा लिया।
RFWTI निदेशक शैलजा देवल ने बताया कि गाँवों में जाते हैं, तो कचरे के ढेर दिखते हैं और हवा में उड़ता हुआ कचरा स्वास्थ्य पर असर डालता है। इसके लिए जन चेतना किया जाना अत्यधिक आवश्यक हैं। उन्होंने कहा कि हमें सफाई और पर्यावरण की रक्षा को अपनी ज़िम्मेदारी मानना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर व्यक्ति की ओर से एक छोटी सी शुरुआत करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि यह शुरुआत हमें खुद से करनी होगी। प्लास्टिक के खिलाफ नए और नवीन तरीके अपनाएं जाने चाहिए।
DIPR आयुक्त अरविंद सारस्वत ने बताया कि प्लास्टिक के उपयोग को कम करने के लिए हमें भारतीय संस्कृति की पारंपरिक परंपराओं की ओर लौटना होगा। जिसमें मीडिया की सकारात्मक रूप से अपने भागीदारी निभानी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक मुक्त भारत की परिकल्पना आज तो नहीं लेकिन आने वाले समय में जरूर पूरी होगी क्योंकि इसके लिए हमारे वैज्ञानिक निरंतर कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक पॉल्यूशन सरकार की चिंता का ही विषय नहीं, बल्कि हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है। इसके लिए मीडिया और समाजिक संगठन को मिलकर प्लास्टिक का उपयोग कम करने के लिए आमजन को प्रेरित करना होगा।
IIS ऑफिसर मंजू मीना ने बताया कि वर्तमान समय में प्लास्टिक पॉल्यूशन का आतंक बढ़ता जा रहा है। आजकल के दौर में हर व्यक्ति प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से प्लास्टिक का उपयोग कर रहा हैं। पर्यावरण संरक्षण के लिए प्लास्टिक का उपयोग कम करना बेहद जरूरी है। उन्होंने कहा कि प्लास्टिक आज के समय में अस्पताल से लेकर दैनिक जीवन कि आवश्यकताओं में प्लास्टिक महत्वपूर्ण हिस्सा बन गया है, लेकिन इसको काम करने के लिए कार्य करना चाहिए साथ ही इसको पुन: उपयोग एवं रीसायकल करना बेहत जरूर हैं।
इस दौरान RFWTI निदेशक शैलजा देवल, सूचना एवं जनसंपर्क विभाग के आयुक्त अरविंद सारस्वत, IIS ऑफिसर मंजू मीना, DIPR एडिशनल डायरेक्टर नर्मदा इंदौरिया, वरिष्ठ पत्रकार अजय शर्मा, वन विभाग अधिकारी एवं कर्मचारी, प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडिया के प्रतिनिधि, विषय विशेषज्ञ, पर्यावरणविद्, विद्यार्थी उपस्तिथ थे।