कोरोना में पत्रकारों की रक्षा हेतु सीएम गहलोत को ज्ञापन – प्रदेशाध्यक्ष जार
आज गुरुवार को जॉर्नलिस्ट एसोसिएशन ऑफ राजस्थान (जार) के प्रदेशाध्यक्ष हरि बल्लभ मेघवाल ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस से लड़ाई में देश एवं राजस्थान में अपनी जान की परवाह किये बिना ग्राउंड स्तर पर जाकर सरकार एवं जनता को असली खबरों के साथ अफवाहों से अवगत करा रहें हैं वही सरकार प्रिंट एवं इलेक्ट्रॉनिक मीडियाकर्मियों को उनका उचित सम्मान नहीं दे रही हैं। जहाँ एक तरफ आवश्यक सेवा में डॉक्टरों, नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल स्टाफ, पुलिस कर्मियों, होमगार्ड्स कर्मियों एवं मीडियाकर्मियों को लिया जाता हैं वही इस महामारी में सरकारी योजना के बीमा लाभ कवर में मीडियाकर्मियों को अलग-थलग कर दिया गया हैं।
इसी संदर्भ में सभी मीडियाकर्मियों की ओर से जार प्रदेशाध्यक्ष हरि बल्लभ मेघवाल ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को ईमेल के माध्यम से ज्ञापन प्रेषित किया। जिसमें उन्होंने पत्रकारहितों के लिए 6 बिंदुओं के माध्यम से सरकार को ध्यान देने का अनुरोध किया हैं-
1- कोरोना महामारी में संस्थान द्वारा किसी भी मीडिया कर्मी को ना निकाला जाए, वेतन दिया जाए, पत्रकारों की सूची जिला सूचना व जनसंपर्क विभाग द्वारा बनाई जाए एवं पूर्व की भांति पत्रकारों को लैपटॉप उपलब्ध कराया जाए।
2- अधिस्वीकृत ना होने पर भी सभी पत्रकारों (ग्रामीण सहित) को सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाए।
3- सरकार सभी पत्रकारों को जनाधार कार्ड की भांति सरकारी योजनाएं से जोड़ते हुए विशेष कार्ड जारी करे जिससे वे 2% का लाभ आरक्षित हो सके।
4- आवश्यक सेवा की ही भांति अधिस्वीकृत ना होने पर भी सभी पत्रकारों को 50 लाख का बीमा कवर का लाभ दिया जाए, जिसे सूचना एव जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रमाणित किया हो।
5- अधिस्वीकृत ना होने पर भी सभी पत्रकारों को उपचार हेतु देय राशि को चिकित्सा सुविधा (मेडिकल डायरी) 5 हज़ार से बढ़ाकर असीमित किया जाए।
6- पत्रकारों की सुरक्षा की गारंटी सुनिश्चित हो एवं पुलिस द्वारा मित्रवत जैसा उनको सहयोग प्रदान हो।
आपको बताते चले कि पिछले दिनों में कोरोना महामारी में नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल एवं राजसमंद सांसद दिया कुमारी के द्वारा सभी पत्रकारों को 50 लाख का बीमा कवर लाभ देने की मांग राजस्थान सरकार से की जा चुकी हैं जिसके बाद राजस्थान में पर्यटन एवं देवस्थान मंत्री विश्वेन्द्र सिंह ने भी गहलोत सरकार को पत्र के माध्यम से पत्रकारों के लिये बीमा कवर का लाभ सुनिश्चित करने का अनुरोध किया गया हैं।