कन्हैयालाल हत्याकांड में भाजपा ने अब तक केवल राजनीति की – अशोक गहलोत
21 सितंबर, 2025 उदयपुर। उदयपुर सर्किट हाउस में आयोजित प्रेसवार्ता में पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रदेश की मौजूदा स्थिति और जनता से जुड़े अहम मुद्दों पर अपनी बात रखी। प्रेसवार्ता से पूर्व अशोक गहलोत ने स्व. कन्हैयालाल साहू के घर जाकर उनके परिजनों से भी मुलाकात की।
कन्हैयालाल हत्याकांड का जिक्र करते हुए पूर्व सीएम गहलोत ने कहा कि हमारी सरकार ने मात्र 3 घंटे में आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। उसी रात केंद्र सरकार की जांच एजेंसी NIA ने केस अपने हाथ में ले लिया, लेकिन 3 साल बाद भी पीड़ित परिवार को न्याय नहीं मिला। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा ने चुनावों में इस मुद्दे को खूब भुनाया, लेकिन आज तक न्याय क्यों नहीं मिला?
पूर्व सीएम गहलोत ने कहा-“मैंने गृह मंत्री से भी पूछा, पर कोई जवाब नहीं मिला। आज जब मैं पीड़ित परिवार से मिला तो बच्चों ने बताया कि NIA ने अब तक उनके बयान तक पूरे नहीं लिए। प्रधानमंत्री जब 25 तारीख को राजस्थान आ रहे हैं, तो उन्हें परिवार को बताना चाहिए कि हत्यारों को सजा कब मिलेगी। चूँकि हत्यारों के भाजपा से जुड़े होने के आरोप हैं, इसलिए जनता को संदेह है कि केस को जानबूझकर उलझाया जा रहा है।”
राइट टू हेल्थ एक्ट पर पूर्व सीएम गहलोत ने कहा कि नियम बनाने में अनावश्यक देरी की जा रही है, जिससे आम जनता को परेशानी हो रही है। उन्होंने सवाल उठाया कि सरकार आखिर किस वजह से जनता के अधिकारों को लागू करने में टालमटोल कर रही है।
अन्नपूर्णा राशन किट योजना बंद करने पर पूर्व सीएम गहलोत ने भाजपा की भजनलाल सरकार की मंशा पर सवाल खड़ा किया। उन्होंने कहा-“अगर प्रधानमंत्री चाहते तो अपना फोटो पैकेट पर लगाकर भी योजना जारी रख सकते थे, लेकिन इसे बंद कर आमजन से राहत छीन ली गई।”
शिक्षा क्षेत्र में अपनी सरकार की पहल का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि मुफ्त शिक्षा और अंग्रेजी माध्यम स्कूलों की वजह से गाँवों के बच्चों को नए अवसर मिले हैं और वे भविष्य में राजस्थान का नाम देशभर में रोशन करेंगे।
पूर्व सीएम गहलोत ने कहा कि राजनीति में जनता के प्रति ईमानदारी सबसे बड़ी ताकत होती है। वर्तमान मुख्यमंत्री को सलाह देने वाले लोग राज्यहित में काम नहीं कर रहे हैं। उन्हें जनता की भलाई को ध्यान में रखकर फैसले करने चाहिए।
उन्होंने कहा कि हर 5 साल में पंचायत और निकाय चुनाव होना संवैधानिक व्यवस्था है, और यह जिम्मेदारी केवल विपक्ष की नहीं बल्कि मौजूदा सरकार की भी है कि समय पर चुनाव कराए।
स्मार्ट सिटी योजना पर बोलते हुए पूर्व सीएम गहलोत ने कहा कि प्रधानमंत्री अपनी घोषणाओं को धरातल पर उतारने में नाकाम रहे हैं। इसका बड़ा उदाहरण उदयपुर स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट है, जिसका विकास बेहद धीमा है।
मेडिकल क्षेत्र में अपनी सरकार की पहल को मिसाल बताते हुए उन्होंने कहा कि “देश का कोई भी गरीब व्यक्ति बड़े से बड़े अस्पताल में जाकर मुफ्त इलाज करवा पाया। यह हमारी नीयत और ईमानदारी का प्रमाण है कि हमने योजनाओं को धरातल पर उतारा।
पूर्व सीएम गहलोत ने प्रदेश में बढ़ते महिला अत्याचार और सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि “आज प्रदेश में रेप की घटनाएँ आम हो गई हैं। छोटी-छोटी बच्चियों तक के साथ दुष्कर्म हो रहे हैं और महिलाओं के साथ छेड़छाड़ की घटनाएँ भी रोज हो रही हैं।”
उन्होंने बताया कि आज उनकी मुलाकात दो पीड़ित महिलाओं से हुई, जिनकी समस्याएँ बेहद गंभीर हैं और जिन्हें उन्होंने मीडिया के सामने भी रखा है। उन्होंने कहा कि यह स्थिति राज्य की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है और सरकार को महिला सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देनी चाहिए