JKK में नटराज महोत्सव का हुआ समापन
16 जुलाई, 2025 जयपुर। जवाहर कला केंद्र (जेकेके) में आयोजित छह दिवसीय नटराज महोत्सव का बुधवार को प्रभावशाली समापन हुआ। अंतिम दिन संवाद सत्र और नाटक ‘द जंप’ के मंचन ने दर्शकों को गहरे विचार और भावनाओं से जोड़ा।
संवाद सत्र में प्रसिद्ध लेखक पूर्णेन्दु शेखर और अभिनेता-लेखक धीरज सरना ने रंगमंच और लेखन से जुड़े अपने अनुभव साझा किए। उन्होंने थिएटर को कलाकार की संवेदनाओं को निखारने वाला माध्यम बताते हुए बताया कि रंगकर्मी हर किरदार को जीते हैं और यही अनुभव उन्हें अभिनय, लेखन और निर्देशन के क्षेत्र में आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। पूर्णेन्दु शेखर ने लेखक की भूमिका को नींव की ईंट की तरह बताया, जो दिखती नहीं पर पूरी इमारत को सहारा देती है। वहीं धीरज सरना ने रंगमंच को मुश्किल समय में इंसान को मजबूत बनाने वाला बताया।
शाम को रंगायन सभागार में मनीष वर्मा निर्देशित नाटक ‘द जंप’ का मंचन हुआ, जो राजस्थान में पहली बार खेला गया। आत्महत्या, अवसाद और मानसिक स्वास्थ्य जैसे संवेदनशील विषयों पर आधारित यह नाटक एक कॉर्पोरेट महिला और एक कैब ड्राइवर के बीच हुए संवादों के माध्यम से जीवन के सकारात्मक पहलुओं की ओर ध्यान खींचता है। नाटक की प्रस्तुति में दिलनाज ईरानी और संजय सोनू ने सशक्त अभिनय किया।
निर्देशक मनीष वर्मा ने बताया कि यह नाटक उनके जीवन के एक व्यक्तिगत अनुभव से प्रेरित है। 2022 में हिमस्खलन की एक घटना में वे बाल-बाल बचे थे, जिसने उन्हें आत्महत्या और मानसिक स्वास्थ्य जैसे मुद्दों पर गहराई से सोचने को प्रेरित किया।
महोत्सव में छह नाटकों का मंचन हुआ, जिनमें ‘पार्क’, ‘खिड़की’, ‘द जंप’ जैसे प्रभावशाली नाटक शामिल रहे। इसके अलावा दो संवाद सत्र और विशेषज्ञ सत्र भी आयोजित किए गए। महोत्सव में आदिल हुसैन, कुमुद मिश्रा, शुभ्रज्योति बरत, गोपाल दत्त, जतिन सरना और सुमित व्यास जैसी फिल्मी हस्तियों की भागीदारी रही, जिन्होंने रंगमंच प्रेमियों को यादगार अनुभव प्रदान किए।
रिपोर्ट – सिद्धार्थ जैन