राजभवन में हुई SGPGI की समीक्षा बैठक

9 नवम्बर, 22 लखनऊ। आज राजभवन में उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल ने संजय गांधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टीट्यूट, लखनऊ द्वारा नैक हेतु तैयार सेल्फ स्टडी रिपोर्ट की समीक्षा ली। राज्यपाल ने कहा कि SGPGI प्रदेश का एक विशेष चिकित्सा संस्थान है, जिसकी विशिष्ट उपलब्धियाँ देश और विदेश स्तर पर ख्याति प्राप्त हैं। संस्थान अपनी उपलब्धियों को सूचीबद्ध करे और नैक मूल्यांकन के निर्धारित क्राइटेरिया अनुसार उन्हें प्रस्तुत करे।

एस०एस०आर० नैक के सभी क्राइटेरिया पर बिन्दुवार तैयारियों का अवलोकन किया। रिपोर्ट को सुदृढ़ और सशक्त बनाने की आवश्यकता को लक्ष्य करते हुए राज्यपाल ने कहा कि अंकित विवरण को सशक्त भाषा और डेटा के साथ समृद्ध करें। कहा चूंकि SGPGI पहली बार नैक मूल्यांकन के लिए अग्रसर हो रहा है, इसलिए नैक में उच्च ग्रेडिंग प्राप्त विश्वविद्यालयों के एस०एस०आर० का अवलोकन करके अपनी रिपोर्ट में अपेक्षित सुधार करें। क्राइटेरिया दो एवं तीन में व्यापक सुधार की अपेक्षा की। क्राइटेरिया तीन की समीक्षा करते हुए संस्थान के विविध कार्यों पर विषय गत पॉलिसी बनाने और उनको प्रिंट कराकर रखने को कहा, जिससे पियर टीम की विजिट होने पर उन्हें प्रिन्टेड पत्र अवलोकन हेतु प्रस्तुत किए जा सके। प्रस्तुतिकरण के राइटअप में सम्बन्धित एनेक्सचर लगाकर विस्तृत और सुसंगत बनाने को कहा। क्राइटेरिया तीन में ही एक्सटेंशन गतिविधियों में संस्थान द्वारा समाज हित में किए गए विविध चिकित्सीय प्रोजेक्ट का स्मरण कराते हुए, ऐसे समस्त कार्यों का उल्लेख विवरण सहित अंकित करने को कहा।

संस्थान की लाइब्रेरी में हिन्दी माध्यम से चिकित्सीय शिक्षा की पुस्तकें रखने के निर्देश के साथ इसका उल्लेख एस०एस०आर० में जोड़ने को कहा। संस्थान के विदेशों में कार्यरत और स्थापित हो चुके पुराने विद्यार्थियों के कार्यगत अनुभवों को नये विद्यार्थियों से सांझा कराने का सुझाव भी दिया।

टीम के सदस्यों को विद्यार्थियों को नैक तैयारी से जोड़ने, सभी शिक्षकों को विद्यार्थियों के मध्य सुगम समागम, विचरण और विचार-विनिमय रखने, सामाजिक गतिविधियां बढ़ाने, संस्थान के सभी परिसरों में बेहतर सफाई व्यवस्था रखने, छात्रों से जनहित में प्रोजेक्ट कार्य करवाने, विश्वविद्यालय प्रबन्धन में कार्य सुगमता के लिए प्रशासनिक अधिकारों का समुचित सीमा तक विकेन्द्रीकरण करने जैसे मुद्दों पर विशेष चर्चा करते हुए आवश्यक सुधारों से अवगत कराया। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने कहा, टीम के सभी सदस्य अपने प्रस्तुतिकरण का पुनरावलोकन करें और प्रत्येक बिन्दु को सशक्त करें। समीक्षा के दौरान कहा कि नैक ग्रेडिंग के महत्व को समझें और इसे अनवरत करने के लिए 5 वर्ष की योजना बनाकर निरंतर कार्य करें। राज्यपाल श्रीमती पटेल ने निर्देश दिया कि बेहतर नैक मूल्यांकन कराने के लिए सशक्त तैयारी के साथ एस.एस.आर. दाखिल करें। संजय गाँधी पोस्टग्रेजुएट इंस्टिट्यूट को वर्तमान “नेशनल इंस्टीट्यूशनल रैंकिंग फ्रेमवर्क” में सातवीं रैंक प्राप्त हुई है। जबकि इसके पूर्व के वर्ष में इस संस्थान को पाचवीं रैंक प्राप्त थी।

बैठक में आज SGPGI के हास्पिटल एडमिन हेड डॉ० राजेश हर्षवर्द्धन ने रिपोर्ट का प्रस्तुतिकरण किया। उन्होंने नैक मूल्यांकन पद्धति में SGPGI जैसे सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल हेतु मूल्यांकन पद्धति के अभाव को अवगत कराया।

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