सीएम योगी ने बैंकिंग कोरेस्पोंडेंट योजना का अवलोकन किया
लखनऊ, 11 जून। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज आई.सी.आई.सी.आई. बैंक के अधिकारियों द्वारा प्रदेश के ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट योजना ‘SRLM-SAKHI’ के सम्बन्ध में प्रस्तुतीकरण का अवलोकन किया।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व व मार्गदर्शन में केन्द्र व उत्तर प्रदेश सरकार ‘डिजिटल इंडिया’ की अवधारणा पर प्रतिबद्धता के साथ कार्य रही है। इसके दृष्टिगत ‘काॅमन सर्विस सेंटर’ को सुदृढ़ किया गया है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ग्रामीण इलाकों में बैंकिंग सुविधाओं के प्रसार में ‘बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट’ की महत्वपूर्ण भूमिका है। राज्य में पहले से ही ‘बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट’ की व्यवस्था संचालित है। कोरोना संकट के समय इसकी उपयोगिता देखने को मिली है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लाॅकडाउन के दौरान प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजनान्तर्गत 2.04 करोड़ किसानों के खाते में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि, जन-धन खाताधारक 56 लाख महिलाओं के खाते में सहायता राशि, 87 लाख निराश्रित महिला एवं दिव्यांगजन के खाते में पेंशन राशि अंतरित की गई।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि इस धनराशि को निकालने के लिए बड़ी संख्या में लाभार्थी बैंकों में एकत्रित न हों, इसके लिए केन्द्र व उत्तर प्रदेश सरकार ने व्यवस्था की थी। इस दौरान ‘बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट’ के माध्यम से भी बैंकों में भीड़ कम करने और सोशल डिस्टेंसिंग बनाए रखने में मदद मिली।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि राज्य में लगभग 62 हजार ‘बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट’ कार्यरत हैं। राज्य की आबादी के दृष्टिगत इनकी संख्या बढ़ाए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश सरकार प्रदेश की 58 हजार ग्राम पंचायतों में ‘बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट’ की तैनाती करने जा रही है।
मुख्यमंत्री योगी ने कहा कि ‘बैंकिंग कॉरेस्पोंडेंट’ को 06 माह के मानदेय के रूप में प्रतिमाह ₹4 हजार की दर से ₹24 हजार प्रदान किए जाएंगे। जरूरी डिवाइस की खरीद के लिए भी धनराशि दी जाएगी। ‘बी.सी. सखी’ बैंकों के माध्यम से होने वाले ट्रांजेक्शन पर भी आय अर्जित कर सकेंगी।