कोरोना संकट में लॉक डाउन 19 दिनों के लिये सशर्त बढ़ा – पीएम
आज प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वैश्विक महामारी कोरोना वायरस (COVID19) से आए विकट संकट पर जारी देश में सम्पूर्ण लॉक डाउन के सन्दर्भ में चौथी बार अपने राष्ट्रहित संदेश में देश की जनता को सम्बोधित किया।
पीएम मोदी ने देश की जनता को बताया कि कोरोना के खिलाफ भारत की लड़ाई काफी हद तक मजबूती के साथ आगे बढ़ रही हैं साथ ही देशवासियों की त्याग और तपस्या के बदौलत ही भारत कोरोना से होने वाले नुकसान को काफी हद तक टालने में सफल रहा हैं। जनता ने काफी कष्ट सहकर ही हमारे भारतवर्ष देश को बचाया हैं, देश की जनता कितने सारे तकलीफों को उठाते हुए एक सच्चे अनुशासित सिपाही की भांति अपना कर्तव्य निभा रहे हैं। देश की जनता के इस जज्बे को मैं आदर पूर्वक नमन करता हूँ। हमारे संविधान में जिस We the people शक्ति का जिक्र हैं यही तो हैं वो। संविधान शिल्पी बाबा भीमराव अंबेडकर की जयंती पर हमारी सामूहिक एकता ही उन्हें हमारी तरफ से सच्ची श्रद्धांजलि होगी। मैं बाबा साहब अंबेडकर को इस एकता के साथ नमन करता हूं। इन दिनों देश मे त्यौहारों का भी समय हैं वैसे भी भारत सदैव त्यौहारों से हरा-भरा और खिलखिलाता रहता हैं। देश के अनेक राज्यों में त्यौहारों के साथ नए वर्ष की शुरुआत हुई है, इसमे देश की जनता ने घरों में रहकर जिस संयम एवं सादगी के साथ लॉक डाउन का पालन करते हुए त्यौहार मनाया हैं वो मेरे लिए प्रेरक एवं प्रसंशनिय हैं। मैं इस नववर्ष के प्रारंभ होने पर देश की जनता के उत्तम स्वास्थ्य की मंगलकामना करता हूं।
पीएम मोदी ने कहा कि विश्व मे फ़ैली इस वैश्विक कोरोना महामारी से कोई भी अनभिज्ञ नही हैं कि कैसे पूरा विश्व इससे परेशान हुआ है और हो रहा हैं। भारत ने समय रहते जो इस महामारी पर निर्णय लिया है उसकी जनता सहभागी के साथ साक्षी भी रही हैं। जब भारत मे कोरोना के एक भी केस नही था तब सरकार ने सभी अन्तराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर स्क्रीनिंग अनिवार्य कर दी थी, जब देश मे कोरोना के 100 केस आये तब सरकार ने सभी विदेश से आने वालों को 14 दिनों तक इसिलोसशन मे रहना अनिवार्य कर दिया था और जब देश मे कोरोना के लगभग 550 केस सामने आए तब हमने 21 दिनों तक सम्पूर्ण लॉक डाउन करने का कठिन एवं साहसिक निर्णय लिया। भारत ने समस्या बढ़ने का इंतजार नही किया अपितु समस्या देखते ही उसे वही रोकने का भरसख प्रयास किया गया। दूसरे विकसित देशों की तुलना में भारत बहुत ही सम्हली हुई स्तिथि में हैं। हमे इस समय किसी से कोई तुलना नही करनी चाहिए लेकिन ये उचित समय पर उचित निर्णय लेने के परिणाम हैं क्योंकि इस महामारी की नुकसान की कल्पना मात्र से रोंगटे खड़े हो जाते हैं। पिछले अनुभवों, लॉक डाउन एवं सामाजिक दूरी ही इसका मुख्य आधार रहा कोरोना से बचाव का।
पीएम ने कहा कि अधिकतर राज्य अपने स्तर पर लॉक डाउन बढ़ाने का निर्णय कर चुके हैं और सभी राज्यों के सुझावों को एक साथ लेकर देखा जाए तो हमे लॉक डाउन को जनहित में 3 मई तक और बढ़ाना पड़ेगा। हमे पिछले दिनों की ही भांति हमे आगे भी लॉक डाउन का पालन ऐसे ही करना होगा। देश की जनता मेरी प्रार्थना हैं कि किसी भी कीमत पर हमें कोरोना को नए क्षेत्रों में फैलने नही देना है क्योंकि स्थानीय स्तर पर अगर अब कोई संक्रमित होता हैं तो ये हम सबके लिए चिंता का विषय होगा। आने वाले इस सप्ताह में 20 अप्रैल तक कोरोना से लड़ाई में कठोरता और बढ़ाई जाएगी। 20 अप्रैल तक थाने स्तर पर, ग्राम स्तर पर, जिला स्तर पर एवं राज्य स्तर पर इस सतर्कता देखी जाएगी की नए हॉट स्पॉट ना बढ़े। सिर्फ उन्हीं क्षेत्रों को सशर्त अनुमति दी जाएगी जहाँ संक्रमण का खतरा ना बढ़ा हैं और कम हो रहा होगा, संक्रमण बढ़ने की दशा में अनुमति वापस ले ली जाएगी। जनता को ना खुद गलती करनी हैं और ना किसी को करने देनी हैं। जल्द ही इस सिलसिले में सरकार की तरफ से विस्तृत गाइडलाइंस जारी की जाएगी। 20 अप्रैल के बाद जो भी सशर्त छूट दी जा रही हैं वो सिर्फ और सिर्फ दैनिक मजदूर एवं गरीब जनता को ध्यान में रखकर ली जा रही हैं इनकी प्राथमिकता सर्वोपरि हैं। पीएम गरीब कल्याण योजना के माध्यम से इनका सहयोग करने का संपूर्ण प्रयास किया गया हैं। पीएम ने देश के वैज्ञानिकों एवं डॉक्टरों का भी आवाहन किया कि वे आगे आकर मानव धर्म एवं राष्ट्र धर्म निभाते हुए कोरोना की वेक्सीन बनाने के लिए आगे आये सरकार हर सम्भव मदद करेगी। कोरोना महामारी में आपात स्थिति में देश मे 1 लाख बेड की व्यवस्था हो चुकी हैं। देश मे लगभग 600 अस्पताल सिर्फ कोविड19 के लिये ही कार्य कर रहे हैं। धैर्य और विश्वास के साथ हम कोरोना जैसे जरूर जीतेंगे।
इसी क्रम में पीएम मोदी ने जनता से 7 बातों के लिए साथ मांगा-
1- अपने घर के बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखे। 2- लॉक डाउन और सामाजिक दूरी की लक्ष्मण रेखा का पालन करें। 3- घर में बने मास्क का उपयोग करें। 4- इम्युनिटी बढ़ाने के लिये आयुष मंत्रालय के निर्देशों का पालन करें। 5- कोरोना से बचने के लिये आरोग्य सेतु मोबाइल अप्प का इस्तेमाल करे। 6- यथासंभव गरीब परिवार की मदद करे। 7- व्यवसायी किसी को भी नौकरी से ना निकाले एवं कोरोना वोररिर्स का सम्मान करे।
ये सप्तवधि विजय प्राप्त करने का मार्ग हैं। 3 मई तक लॉक डाउन का पूर्ण पालन करें। जहाँ हैं वही रहें, सुरक्षित रहें।