डिजिटल इण्डिया ने बदल दी गांवों की दशा और दिशा – सांसद डॉ० शर्मा
02 नवंबर, 23 लखनऊ । उत्तर प्रदेश के पूर्व उपमुख्यमंत्री एवं वर्तमान राज्यसभा सांसद डॉ० दिनेश शर्मा ने कहा कि लखनऊ नगर निगम के पढ़े बच्चे अब प्रतियोगी परीक्षाओं में उच्च स्थान ला रहे हैं।
उन्होंने कहा कि यह इसलिए संभव हो सका कि यहां का नगर निगम अब बदल चुका है तथा वह केवल सफाई और जल आपूर्ति पर ही ध्यान नही देता बल्कि आवास बनाने के साथ साथ शिक्षा के प्रसार प्रचार की ओर बहुत अधिक ध्यान दे रहा है। इस क्षेत्र में क्रांति हो रही है।उन्होंने बच्चों से कहा कि नगर निगम के स्कूलों के विकास के लिए धन की कमी नही होने दी जाएगी। नगर निगम के बच्चों को अब लैपटाप और मोबाइल देकर उन्हें आज के कम्प्यूटर युग में प्रतियोगी बनाया जा रहा है। उनका यह भी कहना था कि अब यहां शिक्षा प्राप्त करनेवाले बच्चे भी आईएएस और पीसीएस बनेगे। उन्होंने महापौर से कहा कि वे उन्हें पत्र लिखकर देंगे तो वे यहां पर भी स्मार्ट क्लासेज उसी प्रकार चालू कराएं जाने के लिये प्रयास करेंगे। जिस प्रकार से ये कक्षाएं अमीनाबाद इण्टर कालेज में लग रही हैं। उन्होंने कहा कि चूंकि यहां पर खेल का मैदान भी है इसलिए वे चाहेंगे कि यहां पर बच्चों के लिए खेल की भी व्यवस्था हो।उन्होंने यह भी घोषणा की कि वे खेल मंत्री से बातकर यहां पर जिम की भी व्यवस्था इसलिए कराएंगे क्योंकि स्वस्थ दिमाग में ही स्वस्थ विचार पैदा होते हैं।
लैपटॉप डोनेशन प्रोग्राम का उद्घाटन करते हुए सांसद डॉ० शर्मा ने कहा कि यहां पढ़नेवाली बच्चियां अब भाग्य विधाता बनेंगी क्योंकि प्रधानमंत्री मोदी ने महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की व्यवस्था की है।उन्होंने कहा कि मोदी ने स्टार्ट अप के लिए कई हजार करोड़ का प्राविधान किया है। उन्होंने अपर नगर आयुक्त से इसके लिए केंद्र सरकार को प्रस्ताव भेजने की सलाह दी। अब नगर निगम के स्कूलों में कक्षा 1 में प्रवेश लेने के बाद डिग्री तक की शिक्षा के लिए कहीं भटकना नही पड़ेगा।उनका यह भी प्रयास होगा कि नगर निगम में पोस्ट ग्रेजुएशन की कक्षाओं की व्यवस्था हो जाय।उन्होंने कहा कि मोदी जी ने डिजिटल इण्डिया को इस ऊंचाई तक पहुंचा दिया है कि अब गांव में भी तेारई, लौकी , मूंगफली जैसे अन्य सामान बेंचनेवाले छोटे दुकानदार भी फोन पर पेसे लेन देन कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने गांव गांव में शौचालय, इण्टरनेट कनेक्शन, बिजली, मुफ्त मकान, सौर ऊर्जा केन्द्र स्थापित किया है जिसके कारण आज दादी अपनी पेाती को विडियोकालिंग के माध्यम से लोरी तक सुना देती है। उन्होंने बताया कि पेटीएम फाउंडेशन के के पाराशर के प्रयास से जितने लैपटाप नगर निगम स्कूलों को मिले हैं उनकी संख्या में जल्दी ही और बढोत्तरी होगी। उन्होंने कहा कि सी एस आई आर फंड के द्वारा वह बात करके डेढ़ सौ लैपटॉप नगर निगम को तथा प्रथम किस्त में नवयुग डिग्री कॉलेज को 50 लैपटॉप उपलब्ध कराएंगे जिससे वह विद्यालय में कंप्यूटर लैब बना सके।
तहसील बार एसोसिएसन सरोजनीनगर के एक अन्य कार्यक्रम में अधिवक्ता सम्मेलन में उन्होंने कहा कि जहां कई दल जातिवाद फैलाकर लोगों को भ्रमित कर अपना फायदा उठा रहे हैं वहीं भाजपा गरीबी को ही जाति मानती है और इसीलिए गरीबों को मु्फ्त राशन दिया जा रहा है। आवास सुविधा, शौचालय सुविधा दी जा रही है। ये सुविधाएं देते समय जाति का विचार नही किया जाता है। अंग्रेजो ने फूट डालो राज करो की नीति अपनाई किंतु मोदी सरकार ने बिना भेदभाव के गरीब को हर सुविधा उपलब्ध कराई। भारत की संस्कृति समन्वय की थी। उन्होंने सुझाव देते हुए कहा कि यदि कोई अधिवक्ता हिन्दी में बहस कर रहा है तो निर्णय भी हिन्दी में ही आना चाहिए। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार सतत अध्ययन करनेवाला ही अच्छा शिक्षक बनता है उसी प्रकार विभिन्न न्यायालयों के निर्णयों का अध्ययन उनका गरिमापूर्ण प्रस्तुतीकरण करनेवाला अच्छा अधिवक्ता बनता है। उन्होंने यह भी बताया कि किस प्रकार कोरोना काल में उपमुख्यमंत्री रहते हुए उन्होंने 78000 लेक्चर तैयार कराकर डिजिटल लाइब्रेरी बनाई जो आईआईटी खडगपुर एवं आस्ट्रेलिया के राजदूत यूपी सरकार से एमओयू करने आए थे। उन्होंने अधिवक्ताओं से भी डिजिटल लाइब्रेरी बनाने का आह्वान किया और कहा कि उनका यह प्रयोग बार के इतिहास में अनूठा बनेगा और आनेवाले समय में नये अधिवक्ताओं के लिए वह मार्गदर्शक बन सकता है। उन्होंने इस अवसर पर सरोजनी नगर बार संगठन के लिए के लिए एक बैठक कक्ष बनावाने के लिए अपनी सांसद निधि से 20 बीस लाख रूपए देने की घोषणा भी की।