युवा लेखक सम्मेलन में मुखर हुआ स्त्री विमर्श का स्वर
25 अप्रैल, 22 चूरू। आज राजस्थान के चुरू जिले के राजगढ़ तहसील के गांव भोजाण की युवा एवं चर्चित कवयित्री डिम्पल राठौड़ ने रविवार को श्रीगंगानगर में संपन्न हुए साहित्य अकादेमी, नई दिल्ली के दो दिवसीय युवा लेखक सम्मेलन में शिरकत कर अपने चिर-परिचित अंदाज में स्त्री विमर्श का स्वर मुखर किया।
राजस्थानी कवि मोहन पुरी की अध्यक्षता में आयोजित सम्मेलन के इस सत्र में डिम्पल ने ‘भाठा’, ‘ब्याव’, ‘विग्यापन’ जैसी कविताओं से नारी जीवन की विषमताओं व विसंगतियों को उठाया और समाज में बेटी को लेकर व्याप्त भेदभाव से भरी सोच को उजागर किया। इस सत्र में डिम्पल के अलावा कवि प्रहलाद सिंह झोरड़ा, राम लखारा, देवीलाल महिया, राजू गोस्वामी ने भी कविता पाठ किया। संचालन सत्यपाल जोईया ने किया।
इस अवसर पर साहित्य अकादेमी में राजस्थानी परामर्श मंडल के संयोजक एवं ख्यातनाम लेखक मधु आचार्य, साहित्य अकादेमी में सहायक संपादक ज्योतिकृष्ण वर्मा, डॉ मंगल बादल, आदित्य चितलांगिया, प्राचार्य डॉ आशा शर्मा, राजेंद्र जोशी, सपना वर्मा, कुमार अखिलेश, महेंद्र सिंह सिसोदिया, सुषमा गुप्ता, भूपेंद्र सिंह, अरविंद विश्वेेंद्रा, दुष्यंत जोशी, किरण बादल सहित बड़ी संख्या में राजस्थानी साहित्यकार, साहित्यप्रेमी, गणमान्य जन मौजूद रहे।