भागवत के छठवें दिन हुआ बाल लीलाओं का वर्णन
7 अप्रैल, 22 जयपुर। आज जयपुर के कालवाड़ रोड स्तिथ मंगलम सिटी टाउनशिप के ई-ब्लॉक में श्री माता मंदिर पर आयोजित भागवत कथा के छठवें दिन मानव चेतना को जागृत कर रहे व्यास पीठ पर विराजमान विद्वान पंडित भागवत मर्मज्ञ उमाशंकर तिवारीजी ने पूतना वध व बकासुर वध की कथाएँ सुनाते हुए श्रीकृष्ण की दर्जनों लीलाओं का अपनी सुमधुर ललित वाणी द्वारा उपस्थित जन समुदाय को रसास्वादन कराया। महाराजश्री की वाणी में इतना तेज था कि लोगों के मन में उनको सुनने की जिजीविषा स्पष्ट रूप में देखी गई। आज की कथा के अंतिम क्षणों में डेढ़ घंटा बिजली विभाग द्वारा जान बूझकर कटौती किये जाने के बावजूद भी पंडाल में इतना सन्नाटा पसरा था कि उनका मर्मस्पर्ष एक एक शब्द भागवत प्रेमियों को साफ साफ सुन रहा था और उतना ही ज्यादा लोग श्रीकृष्ण की लीलाओं और उनके भजनों को सुनने के लिए भावुक और आतुर भी थे। अजामिल और नारायण की कथाओं का वर्णन करते हुए महाराजश्री ने अपने बच्चों के नाम भगवान के नाम पर रखने की प्रेरणा दी। गोपियों से संबंधित उनके सुमधुर भजनों पर लोग मंत्रमुग्ध हो नाचने लगे। ऐसी पावन कथा यहां पहली बार देखी गई।
भागवत कथा में समाजसेवी एडवोकेट राजेन्द्र मोदी ने महाराजश्री को साधुवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि वे व्यास पीठ के उत्तरदायित्व को निभाते हुए सादगी के साथ हमारी सनातन संस्कृति को अमरत्व प्रदान कर रहे हैं । एडवोकेट राजेन्द्र मोदी ने जन समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि जिन लोगों के जन्म जन्म के पुण्य उदय होते हैं जिनके ऊपर पितरों की असीम कृपा होती है वे ही ऐसी भागवत कथा में आ पाते हैं। राजेन्द्र मोदी ने कथा आयोजकों में ओम सिंह जी के विचारों :- “समाज में बदलाव आता नहीं क्योंकि गरीब में हिम्मत नहीं, मध्यम वर्ग को फुर्सत नहीं और अमीर को जरूरत नहीं ” को प्रस्तुत किया। उन्होंने संयोजक गोपाल यादव सहित पूरी टीम के अथक प्रयासों की भी प्रसंशा की, जिन्होंने भागवत कथा को सफल बनाने के लिए दिन-रात एक कर रखे हैं। कलश यात्रा का नेतृत्व करने वाली उमाजी सक्सेना का भी आभार व्यक्त किया गया।
इस अवसर पर गजानंद सोनी, महिमा राठौड़, नीलम देवेश पांडेय, मंजूदेवी सैनिवाल, सरिता जैन, मंजू गुप्ता, रतन देवी मोदी, आदि सैंकड़ो लोग उपस्थित रहे । आज के जजमान हितेश व सतीश अग्रवाल ने भी जन समुदाय के समक्ष अपने विचार रखे तथा अपनी और से भक्तों को प्रसाद वितरण किया।