कांग्रेस को चुनाव के समय ही क्यों याद आई “गाय और किसान” – केंद्रीय मंत्री कैलाश चौधरी
27 अक्टूबर, 23 जयपुर। केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा दी गई, सात गारंटियों को झूठा और मनगढ़त करार दिया है।
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि सीएम गहलोत नई गारंटियों की दुकान खोलने चले हैं, पुरानी गारंटियों को भूल गए। संपूर्ण कर्जमाफी के नाम पर कांग्रेस ने प्रदेश के किसानों को ठगा और कर्ज में डूबे 19 हजार से ज्यादा किसानों की जमीनें नीलाम हो गई, जिसके चलते प्रदेश में सैंकड़ों किसानों ने आत्महत्या कर ली। पिछले चुनावों में कांग्रेस ने बेरोजगारों को 3500 रूपये रोजगार भत्ता देने की घोषणा की थी, लेकिन लूट और झूठ की इस सरकार ने पांच साल तक बेरोजगारों को गुमराह किया।
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि मुख्यमंत्री गहलोत को आज गाय की चिंता हुई है, और गोबर खरीद की गारंटी देने लगे हैं, पांच साल से ये किसान और गाय यहीं थी तब इन्हे चिंता क्यों नहीं हुई। लंपी वायरस के समय प्रदेश में 9 लाख गाये मरी तब सीएम गहलोत को गायों की चिंता क्यों नहीं हुई ? प्रदेश के पशुपालकों को मुआवजे की बात आई तो सरकार ने महज 40 हजार लोगों को ही मुआवजा दिया और इसमें भी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं को चिन्हित करके ये मुआवजा दिया गया। लंपी महामारी के समय केंद्र की ओर से राजस्थान को 8 करोड़ का बजट गायों के टीकाकरण के लिए दिया गया था, केंद्रीय मंत्री पुरूषोत्तम रूपाला राजस्थान दौरे पर आए थे तब भी उन्होने टीकाकरण बढ़ाने के लिए निर्देश दिये थे, लेकिन गहलोत सरकार ने कोई टीकाकरण नहीं करवाया।
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि गहलोत सरकार किस मुंह से अंग्रेजी शिक्षा देने की बात कर रही है। प्रदेश में अलग से कोई अंग्रेजी स्कूल नहीं खोला गया हिंदी माध्यम स्कूलों को ही अंग्रेजी माध्यम किया गया, जिसमें अलग से अंग्रेजी के अध्यापक भी भर्ती नहीं किए गए। आज प्रदेश में हायर सैकेंडरी स्कूलों में स्टाफ नहीं है और दस दस कॉलेजों पर एक प्रिंसीपल लगाया हुआ है। यूपीए सरकार के समय देश में नर्सरी के छात्रों को फेल ना करने का रिवाज शुरू किया था, यह यूपीए की बच्चों को अनपढ़ रखने का प्लान था। इसके अलावा 500 रूपये में एलपीजी गैस सिलेंडर की गारंटी थोथी है, क्योंकि केंद्र सरकार पहले से ही 500 रूपये की सब्सिडी दे रही है, गहलोत सरकार महज 100 रूपये का झुनझुना पकड़ाकर जनता को गुमराह कर रही है।
केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी ने कहा कि ओपीएस के नाम पर वाहवाही लूटने वाले सीएम अशोक गहलोत को जनता को यह बताना चाहिए कि न्यू पेंशन स्कीम लाने वाले भी अशोक गहलोत और यूपीए सरकार ही है। 2010 में यूपीए सरकार ने ही न्यू पेंशन स्कीम को लागू किया था। आज प्रदेश सरकार झूठी गारंटियों के चक्कर में कर्ज के दलदल में जनता को दबा रही है जिसके चलते ठेकेदारों को उनका पैसा नहीं मिल पा रहा है। राजस्थान बाजरा उत्पादन करने वाला सबसे बड़ा राज्य है, लेकिन गहलोत सरकार यहां किसानों को एमएसपी नहीं दे रही जिसके कारण प्रदेश के किसानों को हरियाणा और मध्यप्रदेश में बाजरा बेचना पड़ता है, जिससे किसानों को प्रति क्विंटल 1200-1300 रूपये का नुकसान उठाना पड़ रहा है। युवाओं, गरीबों, किसानों और महिला विरोधी यह भ्रष्टाचारी सरकार ईडी की रेड से बौखला गई है और उस बंदरिया की तरह उछल कूद मचा रही है जिसे बिच्छु डंक मार देता है तो वह गुस्से में आकर पेड़ के सारे फलों को झाड़ देती है। अभी तो शुरूआत हुई है आगामी समय में इतने डंक झेलने होंगे कि ये लोग झुंझलाहट में सारा बाग उजाड़ देंगे।