राजस्थान वैदिक शिक्षा का होगा गठन – विप्र बोर्ड अध्यक्ष

25 सितंबर, 22 चूरू। चुरू जिले के स्थानीय दादा बाड़ी में विप्र सेना की ओर से रविवार को आयोजित विप्र पंचायत और सम्मान समारोह में राजस्थान विप्र कल्याण बोर्ड के अध्यक्ष महेश शर्मा ने कहा है कि विप्र समाज केवल अपने लिए नहीं बल्कि सर्व समाज के हित की बात करता है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने संस्कारित शिक्षा के लिए प्रदेश में वैदिक शिक्षा संस्कार बोर्ड के गठन का निर्णय लिया है।

महेश शर्मा ने कहा कि विप्र कल्याण बोर्ड समाज और सरकार के बीच सेतु का काम करता है। राष्ट्र निर्माण में विप्र समाज का बड़ा दायित्व। समाज के पीड़ित व्यक्ति को न्याय मिले इसका विप्र कल्याण बोर्ड प्रयास करता है। उन्होंने कहा कि चूरू के एक परिवार के साथ हुई घटना पर तत्काल संज्ञान लिया गया तो दोषी के खिलाफ कार्यवाही की गई।

उन्होंने कहा कि हर समस्या का समाधान कर हम समाज को मजबूत करें। क्योंकि एक सशक्त समाज ही देश-प्रदेश का विकास कर सकता है। बालिकाओं को ईएसडब्लू का लाभ नहीं मिल रहा है, कोई तकनीक गलती का खामियाजा भुगतना पड़ा। लेकिन इसकेलिए मुख्यमंत्री से भेंट कर इसे ठीक करवाने का प्रयास किया जा रहा है। छात्रवृति के नियमों के संशोधन कर दिया गया है। शिक्षा के क्षेत्र में विप्र समाज के छात्रों को छात्रवृति देने के प्रस्ताव भेजे गए। होस्टल में रहने वाले छात्रों के लिए योजना बनाई है। उन्होंने कहा राष्ट्रीय वेद सम्मेलन होंगे। राजस्थान में वैदिक संस्कार शिक्षा बोर्ड का गठन किया जाएगा। संस्कृत विश्वविद्यालय इसकी कार्य योजना बना रह है। यह बोर्ड ही वेद विद्यालय चलाएगा। पुजारियों के उत्थान के प्रयास किए गए है। उन्होंने कहा अब हम विप्र कल्याण बोर्ड आपके द्वार आऐगा।

विप्र सेना राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील तिवाड़ी ने कहा कि हम राजनीति में नहीं बल्कि सेवा करते है। पीड़ित मानवता की सेवा ही संगठन का उद्देश्य। विप्र समाज किसी भी समाज के विरोध में नहीं बल्कि हमारा ध्येय पीड़ित शोषित और वंचित की सेवा करना। हम किसी समाज का अपमान नहीं बल्कि सम्मान करते हैं।
पूर्व मंत्री राजकुमार रिणवा ने कहा कि

हम विश्व बंधुत्व की बात करते हैं इसलिए हमें बिना राग द्वेश के बिना एकमेव भाव से काम करना चाहिए। हम सबके हित में काम करें यह जरूरी है तो हम सामाज व्यवस्था सशक्त करें यह भी वर्तमान की आवश्यकता।
निशक्तजन आयोग के अध्यक्ष उमाशंकर शर्मा ने कहा कि विप्र समाज एक ऐसा समाज है जो केवल अपने लिए नहीं वरन सर्व समाज के अधिकारों की रक्षा करता है।

विप्र कल्याण बोर्ड की उपाध्यक्ष मंजू शर्मा ने कहा कि समाज के उत्थान के हमें सामुहिक प्रयास करने चाहिए। समारोह में विप्र सेना के प्रदेश अध्यक्ष दिनेश दादिया व पूर्व सभापति विजय शर्मा ने विचार व्यक्त किए।

समारोह में मंचस्थ संत शिवनाथ महाराज, न्यायाधीश रमेश जोशी, चन्द्रशेखर पारीक, पं.कृष्णचंद्र मेमोरियल न्यूरो साइंस सेंटर डॉ.आच्युत त्रिवेदी, विप्र सेना राष्ट्रीय अध्यक्ष सुनील तिवाड़ी, निदेशक शेखावाटी हॉस्पिटल जयपुर डॉ. सर्वेश शर्मा, डॉ.महेश शर्मा का विप्र सेना के कार्यकर्ताओं ने अभिनंदन किया। कार्यक्रम का संचालन अभिषेक चोटिया व रवि दाधीच ने किया।

समारोह में उल्लेखनीय सेवा देनेवाले पं.लक्ष्मीनारायण जोशी, पत्रकार आत्माराम गुरु, पं.घनश्याम शर्मा, एडवोकेट बजरंगलाल शर्मा, श्यामसुन्दर कौशिक, शंकरलाल महर्षि, बनवारीलाल इंदोरिया, पं.ओमप्रकाश चोटिया, रामस्वरूप शर्मा, पं. सांवरमल सेवदा, संतोष महर्षि, एन के पारीक, पवन शर्मा, नीरज शर्मा, डॉ.बजरंगलाल शर्मा, सीए मनोज सारस्वत, देवेन्द्र जोशी, डॉ.नितेश तोषाण, कनिष्ठ अभियंता कार्तिक शर्मा, कुलदीप शर्मा, व रामस्वरूप शर्मा का सम्मान किया गया।

विप्र सेना के अध्यक्ष महेश गौड़, गोपीचंद शर्मा, सुधाकर सहल, महेन्द्र चोबे, श्रीराम पीपलवा, सुरेन्द्र बावलिया, सुशील शर्मा, देवकांत शर्मा, राजकुमार शर्मा, पुनीत शर्मा, अंजनी शर्मा, गोकुल शर्मा, योगेश रूथला, संदीप पाटिल, रविकांत शर्मा, कुलदीप शर्मा, विमल जोशी, राकेश शर्मा सरपंच, राकेश ओझा, सुन्दरपाल उपाध्याय, एडवोकेट कैलाश शर्मा, चन्द्रप्रकाश शर्मा, कैलाश नवहाल, परमानंद शर्मा, एडवोकेट योगेश शर्मा व मनीष पीपलवा आदि ने अतिथियों का स्वागत किया।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

error: Content is protected !!