निजी विश्वविद्यालयों में संविधान उद्यान बनाये जायें – राज्यपाल मिश्र

जयपुर, 10 जुलाई। राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा है कि हम संविधान के मार्ग निर्देशन पर चलते हैं। संविधान हमारे राष्ट्र का मूल ग्रंथ है। संविधान की जानकारी युवा पीढी को कराना आवश्यक है। राज्यपाल मिश्र ने कहा कि निजी विश्वविद्यालयों में संविधान उद्यान बनाये जायें। इससे युवा संविधान को समझ सकेगा।

राज्यपाल कलराज मिश्र शुक्रवार को यहां राजभवन से वीडियो कान्फ्रेन्स के माध्यम से निजी विश्वविद्यालयों के अध्यक्षों और कुलपतिगण से संवाद कर रहे थे।

राज्यपाल ने कहा कि युवा पीढी को संविधान से परिचित कराना है ताकि युवा समझ सकें कि उनका कार्य हिंसा करना नही है बल्कि राष्ट्र निर्माण में सक्रिय व रचनात्मक भागीदारी निभाना है।

राज्यपाल ने कहा कि निजी विश्वविद्यालयों को आज की परिस्थितियों के अनुरूप उच्च शिक्षा के क्षेत्र में कार्य करना होगा ताकि समाज का हित हो सके। उन्होंने कहा कि कोविड-19 के दौर में युवा निराश न हों, वे अवसाद में नही आयें। युवाओं में उत्साह बना रहे और वे निरन्तर आगे बढते हुए अपने जीवनयापन के साधन तलाश कर सकें, ऐसा वातारण शिक्षा संस्थानों में बनाना होगा।

राज्यपाल मिश्र ने कहा कि निजी विश्वविद्यालय शिक्षा में गुणवत्ता को बनाये रखने में जुटे हुए हैं और शिक्षा कार्यों को ग्लोबल स्वरूप दे रहे हैं। सभी शैक्षणिक गतिविधियों को ऑनलाइन संचालित कर रहे हैं और कौशल शिक्षा पर जोर दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि निजी विश्वविद्यालयों के द्वारा किये जा रहे सभी प्रयास सराहनीय है।

राज्यपाल ने कहा कि कोविड-19 के विषम काल में उच्च शिक्षण संस्थानों में अनिश्चितता एवं निराशा के दौर को समाप्त करना अब आवश्यक है। सभी विश्वविद्यालयों को मिलकर अकादमिक उत्कृष्टता के लिए कार्य करना होगा साथ ही सामाजिक दायित्व के क्षेत्र में भी सक्रिय भूमिका निभानी होगी। राज्यपाल ने कहा कि युवा पीढी के प्रति वे चिन्तित है। युवाओं के मनोबल को गिरने नही देना है। छात्र-छात्राओं की परेशानियों को सुनना है और उन्हें दूर भी करना है।

राज्यपाल ने निजी विश्वविद्यालयों को युवाओं के लिए व्यक्तित्व विकास एवं नैतिक शिक्षा के संबध में कार्यक्रम चलाये जाने का आव्हान किया। उन्होंने कहा कि कोविड-19 आपदा को एक लर्निग अवसर के रूप में देखा जाये। छात्र-छात्राओं को ऑनलाइन शिक्षा हेतु दी जाने वाली सुविधाओं पर विचार किया जाये ताकि निर्बाध ऊर्जा से इन्टरनेट सप्लाई के साथ वे अपना शिक्षा कार्य कर सके।

निजी विश्वविद्यालयों के संवाद कार्यक्रम में वनस्थली विद्यापीठ, बिटस पिलानी, जयपुर नेशनल यूनिवर्सिटी, एमिटी यूनिवर्सिटी, ज्योति विद्यापीठ वुमैन्स यूनिवर्सिटी, मेवाड यूनिवर्सिटी, एन आई आई टी यूनिवर्सिटी, इक्फाई यूनिवर्सिटी, जे ई सी आर सी, अपेक्स और भारतीय स्किल डेवलपमेन्ट विश्वविद्यालय सहित ग्यारह विश्वविद्यालयों के अध्यक्ष, कुलपति व निदेशकगण ने भाग लिया।

संवाद कार्यक्रम का आरम्भ राज्यपाल के सचिव सुबीर कुमार ने किया। सचिव कुमार ने संवाद के एजेण्डा बिदुओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी। इस मौके पर राज्यपाल के प्रमुख विशेषाधिकारी गोविन्द राम जायसवाल भी मौजूद थे। ये जानकारी डॉ० लोकेश शर्मा, सहायक निदेशक (जनसंपर्क), राज्यपाल राजस्थान ने मीडिया को दी।

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