लॉकडाउन 3.0 में कमांडोज ने किया जयपुर में फ्लैग मार्च
कल बुधवार को वैश्विक कोरोना महामारी से लड़ाई एवं रोकथाम में जारी लॉकडाउन में जयपुर पुलिस कमिश्नरेट कार्यालय में पुलिस कमिश्नर आनंद श्रीवास्तव, अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर द्वितीय अजयपाल लाम्बा, अतिरिक्त पुलिस कमिश्नर ट्रैफिक राहुल प्रकाश, पुलिस उपायुक्त उत्तर राजीव पचार, पुलिस उपायुक्त दक्षिण योगेंद्र दाधीच एवं पुलिस उपायुक्त मुख्यालय मनोज कुमार की अगुवाई में जयपुर शहर में कमांडोज़ ने पैदल फ्लैग मार्च किया।
यह पैदल फ्लैग मार्च पुलिस कमिश्नरेट के माणक चौक थाना बड़ी चौपड़ से प्रारंभ होकर रामगंज चौपड़, चार दरवाजा, गंगापोल, जेरावरसिंह गेट, सुभाष चौक होते हुए बड़ी चौपड़ तक फ्लैग मार्च किया गया। पैदल मार्च में QRT, ERT, STF, RAC, हादिरानी, बॉर्डर होमगार्ड, जेब्रा माइक सहित लगभग 400 कमांडोज़ सम्मलित थे।
पैदल मार्च का मुख्य उद्देश्य ” आमजन में विश्वास कायम करना, तैनात पुलिसकर्मियों का हौसला अफजाई करना एवं लॉक डाउन में नियमों का उल्लंघन करने वालों के विरुद्ध सख्त कार्यवाही का संदेश ” देने हेतु वृहद स्तर पर आयोजित किया गया।
जयपुर शहर के करीब 33 थानों में चिन्हित क्षेत्रों में पूर्ण/आंशिक कर्फ़्यू लागू किया गया हैं। कल ही बजाज नगर थाना में गांधीनगर राजकीय आवास एवं सदर थाना में हसनपुरा लोको कॉलोनी को चिन्हित किया गया है। लॉक डाउन को ध्याम में रखते हुए शहर के करीब 448 जगहों पर दिन में एवं 118 जगहों पर रात्रि में नाकाबंदी की जा रही हैं। 3 मई से शाम 7 बजे से सुबह 7 बजे तक अनावश्यक वस्तुओं पर रात्रि में पूर्णतया प्रतिबंध हैं।अनावश्यक वाहनों की आवाजाही पर करीब 111 वाहन जब्त हुए हैं। सरकारी आदेश की अवहेलना व निषेधाज्ञा का उल्लंघन करने पर करीब 16 व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया। लॉक डाउन में मिष्ठान भंडार की दुकानें खुलने पर करीब 10 लोगो पर आपराधिक प्रकरण दर्ज किया गया हैं।
लॉक डाउन में कर्फ्यू ग्रस्त क्षेत्रों में ड्रोन के माध्यम से सामाजिक दूरी एवं नियमो के पालन करवाने हेतु पूर्णतया नज़र रखी जा रही हैं। कोरोना संक्रमित व्यक्तियों को कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग सेल के माध्यम से निगरानी हो रही हैं। शहर के सभी कोरेन्टीन सेन्टर एवं शेल्टर होम पर जयपुर पुलिस द्वारा पूरी निगरानी रखी जा रही हैं साथ कुछ चिन्हित कोरेन्टीन सेन्टर पर RAC बल भी तैनात किया गया हैं। साथ ही जयपुर पुलिस की साइबर सेल द्वारा साइबर सेल पेट्रोलिंग सेल के माध्यम से सोशल मीडिया पर निगरानी रखी जा रही हैं।