जनता भूख से त्रस्त, सरकार आवभगत में मस्त – अशोक लाहोटी

जयपुर, 12 जून। जयपुर के सांगानेर विधानसभा से विधायक व पूर्व महापौर अशोक लाहोटी ने आज अपने द्वारा जारी प्रेस विज्ञप्ति में वैश्विक महामारी कोरोना के कारण आर्थिक तंगी झेल रहे राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के दायरे में नहीं आने वाले 65 लाख से अधिक विशेष श्रेणी के जरूरतमंद लोगों व मजदूरों को 10 किलो गेहूं व 2 किलो चना वितरण करने की योजना पहले ही दिन अव्यवस्था के भेंट चढ़ जाने का आरोप लगाया।

मुख्यमंत्री अशोक गहलोत द्वारा जल्दबाजी में की गई घोषणा से जरूरतमंद लोग आज सुबह से राशन की दुकानों के बाहर भूखे प्यासे कतार में खड़े है और दुकाने बन्द पड़ी है। दुकानों के बाहर सामान नही होने की सूचना चस्पा है। ऐसे गरीबो की बात कोई सुनने वाला नही है क्योंकि सरकार और उसके नुमाइंदे तो होटल शिव विलास में विधायकों की आवभगत ओर सरकार को बचाने की जुगाड़ में व्यस्त है।

लाहोटी ने अपने व्यक्तव्य में मुख्यमंत्री गहलोत पर आरोप लगाते हुए कहा की कोविड-19 के समय पहले राज्य सरकार व जिला प्रशासन ने जरूरतमंद लोगों को राशन वितरण करने के बजाए रामगंज में एक समुदाय विशेष की मेजबानी करने में व्यस्त रही और अब जबकि केंद्र सरकार द्वारा राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा योजना के दायरे में नहीं आने वाले जरूरतमंद लोगों व मजदूरों को गेहूं व अन्य खाद्य सामग्री उपलब्ध करवा दी गई है तब ऐसे में राज्य सरकार इसकी समुचित व्यवस्था करने के बजाए होटल शिव विलास में अपने विधायकों की आवभगत व सरकार को बचाने की जुगाड़ में लगी हुई है।

लाहोटी ने बताया कि जरूरतमंद लोगो को उनके रजिस्टर्ड मोबाइल फोन पर सरकार द्वारा SMS के माध्यम से 12 जून से राशन की दुकान पर 2 महीने का राशन जिसमें 10 किलो गेहूं वह 2 किलो चना प्रति सदस्य प्राप्त करने हेतु निर्देशित किया गया एवं आज मुख्यमंत्री जी के स्वयं के हवाले से समाचार पत्र में भी बयान जारी कर जरूरतमंद लोगों को 12 जून से राशन वितरित किए जाने की खबर प्रकाशित करवाई गई है। इसके विपरीत जरूरतमंद लोग, प्रवासी मजदूर आज सुबह से ही राशन की दुकानों के बाहर कतार में खड़े हुए राशन का इंतजार कर रहे हैं पर उन्हें 10 किलो गेहूं और 2 किलो चना तो दूर एक दाना अनाज का भी नहीं मिला है। इसके विपरीत राशन की दुकानों के बाहर दुकानदारों द्वारा राशन उपलब्ध नहीं होने की सूचना चस्पा कर दी गई है। परंतु ऐसे गरीब जरूरतमंद व प्रवासी मजदूरों की सूद लेने वाला कोई मंत्री अधिकारी नहीं है क्योंकि वह सब तो होटल शिव विलास में मंत्रियों विधायकों की आवभगत में और राज्य सरकार को गिरने से रोकने की जुगत में लगे हुए हैं।

लाहोटी ने मुख्यमंत्री गहलोत से अपील करते हुए मांग की जब केंद्र सरकार द्वारा गेहूं व अन्य खाद्य सामग्रियां उपलब्ध करवा दी गई है तो ऐसे जरूरतमंद लोग प्रवासी मजदूर उनको राशन देने में क्यों विलंब किया जा रहा है? राज्य सरकार तुरंत अपने विधायकों की आवभगत छोड़कर ऐसे जरूरतमंद प्रवासी मजदूरों की सूद ले एवं अभिलंब इन सभी को राशन उपलब्ध करवाया जावे।

लाहोटी ने कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में जहां राजस्थान ही नही अपितु संपूर्ण देश लड़ाई लड़ रहा है वहां प्रदेश के मुख्यमंत्री जरूरतमंद व प्रावासी मजदूरों की चिंता छोड़ अपनी सरकार को बचाने में लगे हुए है।

लाहोटी ने भूखे प्यासे जरूरतमंद लोगों को नजरअंदाज कर सरकार बचाने की राजनीति करने की घोर भर्त्सना की एवं प्रदेश के सभी जरूरतमंद व मजदूरों को कोरोनो जैसी वैश्विक महामारी में अविलम्ब राशन उपलब्ध करवाने की राज्य सरकार से मांग की। साथ ही कहा कि यदि अगले 2 दिनों में राशन वितरण शुरू नहीं किया गया तो जनता के साथ मजबूरी में सड़कों पर बैठना पड़ेगा ।

रिपोर्ट्स – अनिल भोमिया

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