गहलोत सरकार में भ्रष्टाचार का बेल अब वृक्ष बन गया हैं – राजेंद्र राठौड़

25 सितम्बर, 22 जयपुर। राजस्थान भाजपा के प्रदेश मुख्यालय जयपुर पर उपनेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने प्रेस वार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि राजस्थान सरकार अपने घोषणा पत्र में भ्रष्टाचार को लेकर जीरो टोलरेंस और पारदर्शिता में पूर्ण रूप से विफल रही है।

राजेन्द्र राठौड़ ने बताया कि, गहलोत सरकार के चौथे वर्ष में संस्थागत भ्रष्टाचार चरम पर है, थानागाजी विधायक के पुत्रों को 5 लाख की रिश्वत लेते हुए एसीबी द्वारा रंगे हाथों पकड़ा जाना, इस बात का पुख्ता सबूत है, कांग्रेस तथा समर्थित विधायक सरकार में चल रहे अंतरकलह की आड़ में मिनी मुख्यमंत्री बनकर संस्थागत भ्रष्टाचार में लिप्त हैं, प्रदेश मे एसएफसी और टीएफसी की राशि से होने वाले विकास कार्यों में ठेकेदारों से अनुबंध के आधार पर मिलीभगत व थानागाजी क्षेत्र में पूर्व में 300 से 400 मीटर तक ट्यूबवेल खोदे गए किंतु 1000 मीटर गहराई का पैसा उठाया गया। परिवादी ठेकेदार फर्म अंजली बोरवेल मंे स्थानीय विधायक कांति लाल मीणा के रिश्तेदार दीपक मीना और जमवारामगढ़ विधायक की रिश्तेदार लक्ष्मी मीणा ने अनुबंध कर रखा था व रुकमणी बोरवेल कंपनी में एक सरकारी अधिकारी महेंद्र मीणा (सीडीपीओ) द्वारा ठेके ले रखे उक्त प्रकरण की मामले की उच्च स्तर पर निष्पक्ष जांच होगी तो कई रसूखदार लोगों की कलई खुलेगी। थानागाजी में कांग्रेस नेताओं के रिश्तेदार ने टहला तहसील में ढाई हजार बीघा अवैध तरीके से नियमांे का ताक पर रखकर जमीन को अपने नाम करा ली गई। इस प्रकार गहलोत राज में पूरे राजस्थान में पंचायती राज विभाग में खुल्ली लूट का खेल चल रहा है। प्रदेश में 2019 से वर्तमान तक 1241 मामले एसीबी ने भ्रष्टाचार के मामले दर्ज किए जबकि 543 का चालान हुआ, वही गैजटेड अधिकारियों पर 524 मामले दर्ज हुए और मात्र 109 मामलो में अभियोजन स्वीकृति दी गई, सरकार आपसी मिलीभगत कर भ्रष्टाचार को शह देते हुए भ्रष्ट अधिकारियों को बचाने का काम कर रही है।

प्रदेश में पाइप लाइन, हैंडपंप लगाने ट्यूबवेल बनाने, और कुआँ खुदाने के नाम पर जमकर लूट हो रही है, राजस्थान में भ्रष्टाचार की बेल अब भ्रष्टाचार का बड़ा वृक्ष बनी तथा सरकार से मांग की राजस्थान में बाजरे पर केंद्र द्वारा निर्धारित एमएसपी 2250 प्रति क्विंटल रुपये है जबकि प्रदेश का किसान लगभग 1300 रुपये प्रति क्विंटल एमएसपी पर बेचने पर मजबूर है, राजस्थान सरकार इस विषय को गंभीरता से लेते हुए बाजरा पैदावार करने वाले किसानों को राहत दे। थानागाजी पूर्व विधायक हेमसिंह भड़ाना ने कहा कि कांग्रेस विधायक और समर्थक विधायक थानागाजी समेत प्रदेश में हो रहे संस्थागत भ्रष्टाचार को शह दे रहे हैं, उनके क्षेत्र की विधायक कोष की राशि पीडब्ल्यूडी विभाग को दी जा रही है जबकि फारेस्ट व अन्य विभागों को नही दी जा रही, विधायक के चहेतों और रिश्तदारों को सरकारी काम अनुबंध पर देकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है।

साथ ही प्रदेश भाजपा मुख्य प्रवक्ता रामलाल शर्मा ने बताया कि राजस्थान की वर्तमान सरकार अपनी कुर्सी बचाने के लिए प्रदेश की संपदा और जनता के टैक्स के पैसे को लूटने का काम कर रही है, प्रदेश के विधायक और उनके करीबी गहलोत सरकार के नाम पर जम कर भ्रष्टाचार कर रहे हैं। प्रेस वार्ता के दौरान प्रदेश मीडिया सह-संयोजक पंकज मीणा भी मौजूद रहे।

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