युरोप के पक्षियों को रास आया चूरु का सेठानी जोहड़ा
24 अप्रैल, 22 चूरू। आज जिले के लोहिया कॉलेज के प्रोफेसर ऑर्निथोलोजिस्ट डॉ. के.सी. सोनी के मार्गदर्शन में चल रहे रविवारीय बर्ड वॉक की श्रृंखला के पंचम सौपान के तहत इस रविवार को सेठानी जोहड़ा के आसपास के क्षेत्र में पक्षियों का गहन सर्वेक्षण किया गया। सेठानी जोहड़ा के आसपास लगभग 20-22 प्रकार के पक्षी देखे गए। जोहड़े से कुछ ही दूरी पर सरदार शहर रोड़ पर मृत पशुओं के शव के आसपास परिआ काइट, शिकरा व काफ़ी तादाद में हाऊस क्रो के झुंड देखे गए।
आज की इस वॉक में नये दिखाई देने वाले व मुख्य आकर्षण रहे पक्षी है – वायर्ड टेल्ड स्वैलो, कॉलर्ड सैंड मार्टिन,पाइड वैगटेल, व्हाइट वैगटेल आदि। इन सब में भी फिलहाल सेठानी जोहड़ा में मुख्य आकर्षण हैं – सैंड मार्टिन। सैंड मार्टिन एक प्रवासी पक्षी है। रेतीले टीलों पर सुरंग या घुमावदार छिद्रों में ये पक्षी अपना निवास स्थान बनाते हैं। सैंड मार्टिन का चहचहाता गीत हर किसी के मन को लुभा सकता है, पर जब कोई शिकारी पक्षी जैसे शिकरा, बाज या कौवा आता है तो यह मधुर चहचहाहट कठोर अलार्म में परिवर्तित हो जाती है। सैंड मार्टिन को सेठानी जोहड़ा का जल स्रोत व आसपास के रेतीले टीलों का क्षेत्र काफी रास आ रहा है, इस वजह से यह मेहमान पक्षी यहां काफी संख्या में हैं। डॉ के. सी. सोनी के अनुसार सेठानी जोहड़ा क्षेत्र में वाहनों के आवागमन व मानवीय दखलंदाजी की वजह से इस क्षेत्र में पक्षियों की संख्या कम है।
इस अवसर पर पर्यावरणविद् डॉ. रविकांत शर्मा, एडवोकेट संदीप कुमार शर्मा, युवा व्यवसाई पुनीत लाटा व अन्य प्रकृति-प्रेमी उपस्थित रहे।