33 वर्षों से आस्था का केंद्र हैं हाथी वाले गणेश मंदिर
19 सितंबर, 22 श्रीगंगानगर। राजस्थान में श्रीगंगानगर जिले की सेतिया कॉलोनी गली नं. 3 में स्थित हाथी वाले श्री सिद्धि विनायक गणेश मंदिर में हर वर्ष की भांति करवा चौथ के उपलक्ष में करवा चौथ व्रत भव्य महाकथा का भव्य कार्यक्रम 13 अक्टूबर को श्रद्धापूर्वक आयोजित किया जाएगा। प्रवक्ता मोहन सोनी कूकरा ने बताया कि कथा में 1500 से 1800 तक महिलाएं अलग-अलग ग्रुपों में कथा सुनेंगी। कथा से पूर्व 10 से 12 अक्टूबर तक नि:शुल्क मेहंदी लगवाओ कार्यक्रम होगा। मेहंदी लगवाने के लिए मंदिर में अपना नाम पुजारी जी को लिखवा सकते हैं।
कार्यक्रम की अधिक जानकारी प्राप्त करने के लिए मो. 8302767272 पर सम्पर्क कर सकते हैं। इस कार्यक्रम की तैयारियां मंदिर प्रांगण में चल रही हैं। करवा चौथ व्रत कथा कार्यक्रम की धूम रहेगी। करवाचौथ कार्यक्रम के प्रति विभिन्न क्षेत्रों की महिलाओं में भारी उत्साह है।
करवा चौथ पर 13 अक्टूबर गुरुवार को दोपहर से विधि विधान से विशेष पूजा-अर्चना के साथ करवा चौथ व्रत भव्य महाकथा शुरु होगी। जो निरंतर जारी रहेगी। कथा में 1500 से 1800 तक महिलाएं अलग-अलग ग्रुपों में कथा सुनेंगी। कथा से पूर्व 10 से 12 अक्टूबर तक नि:शुल्क मेहंदी लगवाओ कार्यक्रम होगा। मोहन सोनी कूकरा ने बताया कि पुजारी लक्ष्मीनारायण मिश्र-शिवनारायण मिश्र विधिपूर्ण विशेष पूजा-अर्चना करवाएंगे। सर्वप्रथम श्री गणपति महाराज का पूजन कर कार्यक्रम शुरु होगा। श्री गणपति महाराज सहित सभी देवी-देवताओं की प्रतिमाओं का सुंदर शृंगार किया जाएगा। करवा चौथ पर महिलाएं अपने पति की लम्बी आयु के लिए व्रत रखती हैं।
चार दिवसीय कार्यक्रम में श्री गणेश महिला संकीर्तन मण्डल एवं श्री दादाजी संकीर्तन मण्डल और मंदिर के पदाधिकारी, सदस्य, सेवादार आदि तैयारियों में जुटे हुए हैं। मंदिर की रंग-बिरंगी चुनरी और रंगीन लाइटों से साज-सज्जा कर भव्य सजावट की जाएगी। कार्यक्रम की व्यवस्था के लिए सदस्यों और सेवादारों की अलग-अलग ड्यूटिया लगाई जाएंगी। चार दिवसीय कार्यक्रम को लेकर महिलाओं में भारी उत्साह बना हुआ है।
गणेश मंदिर 33 वर्षों से श्रद्धालुओं की आस्था का प्रमुख केन्द्र बना हुआ है। कई वर्षों से मंदिर में समय-समय पर होने वाले विभिन्न धार्मिक कार्यक्रमों में हजारों श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ती है। विभिन्न क्षेत्रों और दूर-दराज, आसपास मंडियों तथा शहरवासियों और अन्य राज्यों में भी इस मंदिर की प्रसिद्धि है।
रिपोर्ट – नरेंद्र शर्मा