जयपुर पुलिस आयुक्त ने नववर्ष में प्रेस को दिया 2019 का चिट्ठा

जयपुर स्तिथ पुलिस आयुक्तालय में पुलिस आयुक्त द्वारा नववर्ष के उपलक्ष्य में पत्रकार मिलन कार्यक्रम का आयोजन हुआ। जिसमें पुलिस आयुक्त आनंद श्रीवास्तव ने वार्षिक अपराध प्रतिवेदन 2019 का लेखा-जोखा मीडिया के समक्ष पेश किया।

जिसमें उन्होंने बताया कि अपराधों के पंजीकरण के सम्बंध में IPC के तहत 2018 में 22754 के मुकाबले 2019 में 33180 मुकदमे 46% वृद्धि के साथ दर्ज हुये है, महिला अत्याचार के तहत 2018 में 2099 के मुकाबले 2019 में 3474 मुकदमे 66% वृद्धि के साथ दर्ज हुये, SC/ST एक्ट के तहत 2018 में 255 के मुकाबले 2019 में 511 मामले दर्ज किए गए तो वही दिसंबर 2019 के अंत मे 14% मुकदमे अभी पेंडेंसी पर हैं। आबकारी एक्ट के तहत 2019 में 1807 गिरफ्तारी के साथ 1797 मामले दर्ज हुये, NDPS एक्ट के तहत 2019 में 285 गिरफ्तारी के साथ 239 मामले दर्ज हुये, 2019 में 2197 स्टैंडिंग वारंटीज़ की गिरफ्तारी के साथ निस्तारण, 153 टॉप-10 अपराधी की गिरफ्तारी, 75 इनामी अपराधी को भी गिरफ्तार किया गया वहीं असामाजिक तत्वों के विरुद्ध 2019 में 37395 कार्यवाही, गुंडा एक्ट में 153 अपराधियों को तड़ीपार, 23 नए अपराधियों की हिस्ट्रीशीट खोली गई तो कार्यपालक मजिस्ट्रेट द्वारा विभिन्न दण्ड संहिता में कुल 19185 को पाबंद किया गया। यातायात व्यवस्था में MV एक्ट के तहत 2019 में कुल 830286 चालान किये गए जिससे वसूली गयी लगभग 10 करोड़ 82 लाख की जुर्माने को राजकीय कोष में जमा कराया गया जिसमें 24207 शराब की वारदात के लिए और 6797 लाइसेंस सम्बंधित भी थे। लॉ एंड आर्डर के तहत 2019 में 2555 विभिन्न प्रकार की रैलियों, 153 विभिन्न परीक्षाओं को एवं 1027 VIP मूवमेंट को शांतिपूर्ण एवं सुरक्षित ढंग से सम्पन्न किया गया। प्रशासनिक कार्यवाही में 2 नए थाने खोलने के साथ प्रशिक्षण के बाद लगभग 1000 को विभिन्न थानों में नियोजित किया गया, 1587 को पुलिस आयुक्तालय द्वारा एवं 521 पुलिस मुख्यालय द्वारा पुरस्कृत किया गया, 40 को विशेष पद्दोन्नति दी गई, 163 को अनियमितता या अनुशासनहीनता के लिए दण्डित किया गया, 3 को बर्खास्त किया गया वहीं 175 पुलिस कर्मी सेवानिवृत्त हुए। विभिन्न कार्यों के तहत 2019 में 59851 का पासपोर्ट सत्यापन, 36270 का चरित्र सत्यापन, 1430 को आर्म्स अनुज्ञा पत्र तो वहीं 878 पुलिस मित्र बनाने के साथ थाने स्तर पर 6583 CLG सदस्यों का पुनर्गठन भी किया गया।

पुलिस आयुक्त ने 2019 की महत्वपूर्ण उपलब्धियां एवं अभियान के बारे में भी बताया जिसमें मुख्यतः आपरेशन क्लीन स्वीप, क्रिकेट सट्टे, मिलावटी एवं नकली पदार्थ, रेडियो एक्टिव, भर्ती माफ़िया, साइबर सेल, सोशल मीडिया, फ़र्ज़ी कॉल सेंटर, चैन स्नेचिंग, HPCL पाइप लाइन डीजल चोरी, अन्तराजिय गैंग आदि थे।

 

वही यातायात डीसीपी राहुल प्रकाश ने यातायात व्यवस्था को लेकर किए गए कार्यों को भी मीडिया के समक्ष रखा जिसमें कुछ बॉटलनैक स्थानों पर यातायात के दबाव से निजात दिलाने सम्बन्धी परिवर्तन, हॉक सिस्टम द्वारा बॉडी वॉर्न कैमरा से नो-पार्किंग चालान, ITMS सिस्टम से वाहन के चालान, सुप्रीम कोर्ट द्वारा जारी निर्देशों की पालना में 15271 पर MV एक्ट में कार्यवाही एवं 17266 के लाइसेंस निलंबन सम्बंधी कार्यवाही की गई, गोल्डन हॉर्स ऐप्प की स्वीकृति, सिंगल विंडो सिस्टम, महिला कार्मिक के लिए पिंक स्कवायर का निर्माण एवं यातायात जागरूकता अभियान के बारे में विस्तृत जानकारी दी।

इसके पश्चात एसीपी अशोक गुप्ता ने आगामी वर्ष के लिए जयपुर पुलिस के लिए अपराध एवं प्रशासन सम्बंधित प्राथमिकताएं के बारे में बताया जिसमें मादक पदार्थों एवं अवैध हथियारों का उन्मूलन, सम्पत्ति सम्बंधी अपराधों को रोकने एवं प्रभावी कार्यवाही में वृद्धि, पब्लिक न्यूसेंस एवं स्ट्रीट क्राइम के विरुद्ध प्रभावी कार्यवाही, जयपुर यातायात को सुगम एवं निर्बाध बनाने, बीट प्रणाली को सुदृढ़ बनाने एवं जवाबदेही तय करने, अभय कमांड और कंट्रोल रूम को सुदृढ़ करने एवं पुलिस कार्य में जन सहभागिता को बल देने की बात कही। एसीपी अजय लाम्बा, डीसीपी योगेंद्र दाधीच एवं डीसीपी कवींद्र सागर भी मौजूद रहे भी कार्यक्रम के दौरान रहें।

 

 

 

 

 

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